मध्यप्रदेश के गैर अधिमान्य पत्रकारों को कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग को जनप्रतिनिधियों के समर्थन पर आभार

छतरपुर। मध्यप्रदेश भर के पत्रकार पिछले 01 वर्ष से अधिक समय से जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।इसी अंतराल में कोरोना संक्रमण के शिकार होकर कई पत्रकारों ने अपने प्राणों की आहुति तक दी है। ऐसे विकट समय में शिवराज सरकार को प्रोत्साहन देना चाहिए।परन्तु जब सम्पूर्ण विश्व प्रेस स्वतन्त्रता दिवस मनाने जा रहा था तब मध्यप्रदेश के मुख्यमंन्त्री ने एक ट्वीट सन्देश के माध्यम से यह घोषणा की कि प्रदेश सरकार अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करेगी।उक्त आदेश के माध्यम से शिवराज सरकार ने गैर अधिमान्य पत्रकारों के पर कतरने का षड्यंत्र रचा है। तथा उनके साथ कुठाराघात किया। जिसका प्रेस क्लब ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ने विरोध करते हुए 03 मई 2021 को मुख्यमंन्त्री को ज्ञापन भेज गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने की मांग की।

मालुम हो कि प्रदेश भर में हज़ारों की संख्या में गैर अधिमान्य पत्रकार (सोशल मीडिया के अलावा प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,पोर्टल,यू ट्यूब चैनल्स) अपने दायित्व निर्वहन में लगे हैं,ऐसे में सरकार द्वारा उनके साथ पक्षातपूर्ण कार्यवाही निंदनीय है।
प्रेस क्लब ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष सैयद ख़ालिद क़ैस ने शिवराज सरकार के गैर अधिमान्य पत्रकारों के साथ किये गए इस कुठाराघात हमले की निंदा करते हुए तत्काल प्रभाव से आदेश में संशोधन करने की मांग की है। तथा आज 06 मई को पुनः मुख्यमंन्त्री को ज्ञापन भेजा है।

संगठन की मांग को मिला जनप्रतिनिधियों का समर्थन

प्रेस क्लब ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स द्वारा गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने की मांग का अब जनप्रतिनिधियों का समर्थन भी मिलना आरम्भ हो गया है। भाजपा से सांसद (शहडोल) हिमाद्रि सिंह के बाद पूर्व मंत्री और कॉंग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने भी मुख्यमंन्त्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने की मांग की है।

 

वही छतरपुर से कॉंग्रेस विधायक निलांशु चतुर्वेदी ने मुख्यमंन्त्री को पत्र लिखकर छतरपुर के पत्रकार राजू सरदार के कोरोना से मृत्यु होने पर 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने और कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग की है।

@खेमराज चौरसिया छतरपुर आरटीआई एक्टिविस्ट