प्रेस क्लब ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के सौजन्य से राष्ट्रीय प्रेस दिवस की पूर्व संध्या पर विचार एवं काव्य गोष्ठी संपन्न

 

धार्मिक स्थलों पर हम अपने सर्वोत्कृष्ट फाॅर्म में होते हैं, वहाँ भी स्वार्थ हमारा पीछा नहीं छोड़ता- किशोर अग्रवाल

 

मुंबई। प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के तत्वाधान में राष्ट्रीय प्रेस दिवस की पूर्व संध्या पर विगत 15 नवंबर 2022 को गूगल मीट पटल पर एक विचार एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गरिमामय कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के संस्थापक अध्यक्ष विनम्रता के पर्याय मानवता के प्रवर्तक श्रद्धेय श्री सैयद खालिद कैस ने किया तथा मुख्य अतिथि किशोर अग्रवाल IPS सेवा निवृत्त डी आई जी साहित्यकार एवं चित्रकार रायपुर (छ. ग.) रहे।

संगठन की राष्ट्रीय सचिव एवं साहित्यिक सांस्कृतिक विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शशि दीप मुंबई महाराष्ट्र के संयोजन संचालन में आयोजित इस विचार एवं काव्य गोष्ठी का विषय “स्वार्थान्धता से बचें मानवता को सींचें” रखा गया था। जिसमें देश भर से नौ सम्मानीय साहित्य साधकों को आमंत्रित किया गया था।

कार्यक्रम का शुभारम्भ परंपरानुसार शशि दीप द्वारा “हमको मन की शक्ति देना” प्रार्थना व माँ सरस्वती को नमन के साथ हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि डॉ किशोर अग्रवाल ने विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा जब हम किसी अज्ञात ब्रहम की खोज में उसकी पूजा के लिए किसी धार्मिक स्थल पर जाते हैं तो हम अपने सर्वोत्कृष्ट फाॅर्म में होते हैं, पर दुखद ये है कि मंदिर मस्जिद में भी स्वार्थ हमारा पीछा नहीं छोड़ता।

अध्यक्ष महोदय श्री ख़ालिद कैस जी ने कहा जिस तरह से कलम को दबाया जा रहा है, लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का हनन हो रहा है। यह स्वार्थान्धता की पराकाष्ठा है। इस राष्ट्रीय विचार एवं काव्य गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार/साहित्यकार श्री सीताराम पथिक (रींवा म.प्र.), विवेक दूबे “निश्छल” (रायसेन म.प्र.), सरजन शीतल कवि एवं गीतकार (एटा उ.प्र.), सुमीता वर्मा (कानपुर उ. प्र.), डाॅ मकसूद अहमद (खैरागढ़ छ.ग.)सीताराम साहू “निर्मल” (छतरपुर म.प्र), रश्मि रामेश्वर गुप्ता (बिलासपुर छ.ग.) तथा डाॅ रमाकांत सोनी (चांपा छ. ग.) आमंत्रित कवियों के रूप में शिरकत किये। और सभी सम्मानीय प्रतिभागियों ने अपनी गरिमामय उपस्थिति व विषय पर आधारित अपनो उत्कृष्ट प्रस्तुतियों से आॅनलाइन पटल को जीवंत कर शानदार बना दिया।

सभी की कविताओं व विचारों को गम्भीरतापूर्वक सुनने के पश्चात अंत में माननीय श्री सैयद खालिद कैस जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पत्रकारिता दिवस की बधाई दी तथा तमाम उपस्थित बुद्धिजीवियों को अपना बहुमूल्य समय देकर कार्यक्रम को सफल व यादगार बनाने के लिए आभार व्यक्त किया व शशि दीप द्वारा इस प्रयास के लिए उनकी सराहना की।

सभी आमंत्रित कवियों ने भी संयोजिका शशि दीप की भूरि-भूरि प्रसंशा की तथा उनके प्रेम व सद्भावना स्थापित करने के इन प्रयासों के लिए कई तात्कालिक काव्यात्मक पंक्तियों से नवाज़ा व हृदयी स्नेह व आशीर्वाद से अनुग्रहित किया।

कार्यक्रम में आमंत्रित कवियों के अलावा कुछ और प्रतिष्ठित साहित्यकार पत्रकारों ने हिस्स्सा लिया और अपनी प्रस्तुतियां दी इसमें बिलासपुर से श्रीमती रेनू बाजपेयी, श्री राजेश सोनार तथा भिलाई से सुश्री अर्चना पांडेय ने भी स्वार्थान्धता पर काव्य पाठ किया. इसके अलावा पत्रकार श्री सुनील योगी, कोलकाता से श्रीमती सस्वती दास तथा अवध उत्तरप्रदेश से वरिष्ठ साहित्यकार श्री अंजनी सिंह जी उपस्थित रहे। एक दूसरे के काव्य व विचार प्रवाह का आनंद उठाते सभी अभ्यागत व श्रोतागण कार्यक्रम का समापन ही नहीं चाह रहे थे, और इसी उत्साह को शशि दीप ने कार्यक्रम की असीम सफलता व माँ सरस्वती का आशीर्वाद बताया।