पत्रकार सुरक्षा क़ानून के आभाव में संकटमय पत्रकार समाज

पत्रकार सुरक्षा क़ानून के आभाव में संकटमय पत्रकार समाज

कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स के अनुसार, 70% रिपोर्टर/कैमरा मैन, युद्ध और हिंसा की खबर कवर करने के दौरान मारे जाते हैं। साहसिक कार्य के दौरान हुयी हिंसा के शिकार ज़यादातर पत्रकार किसी एक अख़बार या चैनल्स के नहीं होते हैं। कभी ‘स्ट्रिंगर’ तो कभी छोटे समूह के...
क्रांतिकारी पत्रकार शैलेंद्र पांचाल को राष्ट्रीय युवा गौरव सम्मान

क्रांतिकारी पत्रकार शैलेंद्र पांचाल को राष्ट्रीय युवा गौरव सम्मान

देवास  कन्नौद के क्रांतिकारी पत्रकार शैलेंद्र पांचाल को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के फलस्वरुप “प्रेस कौंसिल ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट ” द्वारा “राष्ट्रीय युवा गौरव सम्मान 2020” से सम्मानित किया गया ।  दैनिक प्रजातंत्र समाचार पत्र...
पत्रकार सम्मान के लिये चयनित साथियों के नामों की हुई घोषणा

पत्रकार सम्मान के लिये चयनित साथियों के नामों की हुई घोषणा

गुजरात ।सम्पूर्ण भारत वर्ष में पत्रकारिता की अस्मिता को जिंदा रखने वाले क्रांतिकारी पत्रकारों को उनके अदम्य साहस , समर्पण और पत्रकारिता के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने के फलस्वरुप  *प्रेस कौंसिल ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट* के समक्ष प्रस्तुत आवेदनों एवं ज्यूरी की सहमति...
पत्रकार सुरक्षा क़ानून के आभाव में संकटमय पत्रकार समाज

जब प्रेस आज़ाद ही नही तो प्रेस दिवस का क्या औचित्य ?

भोपाल । प्रेस की आजादी की रक्षा के लिऐ गठित प्रेस कौंसिल अर्थात प्रेस परिषद का गठन तो 04जुलाई 1966को हो गया था पर उसने सुचारू रूप से काम करना आज ही के दिन 16नवम्बर 1966 से आरंभ किया था । जिसके कारण तबसे आज ही के दिन संपूर्ण भारत में राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है...