क्रांतिकारी कलमकार हिन्दी भाषा में पत्रकारिता का उपयोग कर आम जन को सहज-सरल भाव में संदेशो को आदान-प्रदान कर रहे हैं: सैयद खालिद कैस

क्रांतिकारी कलमकार हिन्दी भाषा में पत्रकारिता का उपयोग कर आम जन को सहज-सरल भाव में संदेशो को आदान-प्रदान कर रहे हैं: सैयद खालिद कैस

क्रांतिकारी कलमकार हिन्दी भाषा में पत्रकारिता का उपयोग कर आम जन को सहज-सरल भाव में संदेशो को आदान-प्रदान कर रहे हैं: सैयद खालिद कैस ****************************   हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न ************************** प्रेस क्लब ऑफ़...
प्रेस की आजादी

प्रेस की आजादी

प्रेस की आजादी पश्चावलोकन: भारत में प्रिंटिंग मशीन 1556 में गोआ में आ गया किंतु पहला अखबार 1780 में छपा था। हिंदी का अखबार उदंत मार्तण्ड 1826 में छपा। किंतु भारत में वेद गहन विमर्श के मांत्रिक यांत्रिक प्रभागों का श्रवण, मस्तिष्क में संचयन, पुनः पाठन व संशोधन कर...
वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता की स्वतंत्रता और हम

वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता की स्वतंत्रता और हम

वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता की स्वतंत्रता और हम आज का समय बेहद गतिमानता का समय है जहां पल पल में बड़े बड़े और महत्वपूर्ण परिवर्तन यों हो जाते हैं जैसे कि किसी पर्वतीय क्षेत्र में बादलों के फटने से अचानक मूसलाधार वर्षा का महान वेग आ जाये। ऐसे परम गतिमान समय में हमारी...
वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता की स्वतंत्रता और हम

वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता की स्वतंत्रता और हम

वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता की स्वतंत्रता और हम ________________________________ निबंध के शीर्षक में यह जो हम है यह महत्वपूर्ण है। यह दो वर्गों का प्रतिनिधित्व करता है या तो यह पत्रकारों का अपने लिए विचार हो सकता है या अगर वह पाठक हो तो पत्रकारों के रिपोर्टिंग के...
वर्तमान मे पत्रकारिता की,स्वतंत्रता और हम।।

वर्तमान मे पत्रकारिता की,स्वतंत्रता और हम।।

वर्तमान मे पत्रकारिता की,स्वतंत्रता और हम।। *********************** मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज मे सभी विभिन्न परिवेश, मे एक साथ रहते है। हम कैसे रहते है,हमारे आसपास लोग कैसे रहते है,यह भी सभी को जानना जरूरी है। हमारे समाज मे एक प्रबुद्ध वर्ग है,पत्रकार। समाज को...
भारत में पत्रकारिता को स्वतंत्र कहना बेमानी  (विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 03 मई 2022 पर विशेष)

भारत में पत्रकारिता को स्वतंत्र कहना बेमानी (विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 03 मई 2022 पर विशेष)

भारत में पत्रकारिता को स्वतंत्र कहना बेमानी (विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 03 मई 2022 पर विशेष)   भोपाल। संपूर्ण भारत में निष्पक्ष,स्वच्छ और स्वतंत्र पत्रकारिता पर मानो ग्रहण लग गया है। देश भर में पत्रकारों पर हमले, सच लिखने, बोलने वाले पत्रकारों पर मुकदमें दर्ज...